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पूजा विधियाँ, आरती मंत्र, व्रत त्यौहार

Month: December 2024

हलषष्ठी (हर छठ), पूजा विधि-विधान, कथा और महत्व

तिथि: भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठीमहत्व: यह व्रत भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। बलराम जी का प्रधान शस्त्र हल और मूसल है, इसीलिए उन्हें हलधर कहा जाता है…

रक्षाबंधन (श्रावणी), इतिहास और पौराणिक कथाएं और पूजा विधि-विधान

तिथि: श्रावण मास की पूर्णिमामहत्व: रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिंदू संस्कृति में स्नेह, कर्तव्य और विश्वास का प्रतीक है। पर्व का इतिहास और पौराणिक कथाएं पूजा विधि-विधान…

पुत्रदा एकादशी, व्रत विधि, कथा और महत्व

तिथि: श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशीमहत्व: पुत्र प्राप्ति और परिवार की समृद्धि के लिए यह एकादशी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इसे “पुत्रदा” नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसका पालन करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। व्रत…

श्रावण शुक्ला तीज (हरियाली तीज), पूजा विधि और परंपराएं

श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाने वाली हरियाली तीज उत्तर भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व प्रकृति के सौंदर्य, सुहाग की समृद्धि और पारिवारिक प्रेम का प्रतीक है। पूजा विधि और परंपराएं हरियाली तीज…

कामिका एकादशी: पाप निवारण और मोक्ष का पर्व

श्रावण कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी मनाई जाती है। इसे ‘पवित्रा एकादशी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है, और यह व्रत पापों के नाश…

भैया पांचे: भाई-बहन के अटूट प्रेम का अनोखा पर्व

भैया पाँचे का पर्व श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। यह त्यौहार मुख्य रूप से भाई-बहन के प्रेम और परस्पर विश्वास को समर्पित है। इस अवसर पर महिलाएँ अपने भाइयों की लंबी आयु और सुखद…

मंगला गौरी व्रत: वैवाहिक जीवन की सुख-शांति और समृद्धि के लिए विशेष पूजा

मंगला गौरी व्रत श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को किया जाता है। यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे वैवाहिक जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि लाने वाला माना जाता है। इस व्रत का पालन सास-बहू…

कोकिला व्रत: आषाढ़ मास का पावन पर्व और इसकी महत्ता

कोकिला व्रत आषाढ़ मास की पूर्णिमा को रखा जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो विशेष रूप से दक्षिण भारत में प्रचलित है। यह व्रत धार्मिक आस्था, अनुशासन, और आत्मसंयम का प्रतीक है। इस व्रत को करने वाली स्त्रियाँ आठ…

श्री जगन्नाथ रथ यात्रा: भक्ति, परंपरा और श्रद्धा का पर्व

आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को उड़ीसा के पुरी में आयोजित श्री जगन्नाथ रथ यात्रा भारत का एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। इस उत्सव में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के भव्य रथों की शोभायात्रा निकाली जाती…

गुरु पूर्णिमा: गुरु शिष्य परंपरा का पवित्र पर्व

व्यास पूर्णिमा, जिसे गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है, जो आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन को महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, जिन्होंने…

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