गृहस्थ जीवन के नित्यकर्म: शास्त्रों के अनुसार दिनचर्या का मार्गदर्शन
भारतीय संस्कृति में गृहस्थ आश्रम जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें व्यक्ति परिवार, समाज और धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाता है। यह न केवल भौतिक जीवन को संतुलित करता है, बल्कि आत्मिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त…